योद्धा
योद्धा
ऐ करमवीर ऐ शूरवीर ऐ दानवीर
तुम को वंदन और अभिनंदन,
नाम अलग है काम अलग है
मंज़िल सबकी एक है!
एक चमन के फूल हैं सारे
ख़ुशबू तो अनेक है
आज वतन पर संकट भारी
मिलजुल जीतेंगे जंग न्यारी!
कहीं डाक्टरों और नर्सों के हाथ कमान है
तो कही कमर कस कर खडे जवान है!
शासन और प्रशासन सबको अनुशासन में है बांध रहे!
भूखा न होगा देश में कोई भोजन है करा रहे !
कोई किटाण और विषाणु के अन्त का बीड़ा उठा रहे !
कोई उठाये कचरा और मल हैं हटा रहे !
कोई लाकडाऊन का कठिन व्रत संकल्प निभा रहा है
माना शत्रु अज्ञात ,अदृश्य और शैतान है
पर जानता नहीं हमारा योद्धा भगवान है।
जीत हमारी निश्चित है
बस कुछ दिन की मजबूरी है,
130करोड़ योद्धाओं का बस कुछ दिन घर रहना ज़रूरी है!
बस विजय ही विकल्प है और विजय ही ज़रूरी है
ऐ करमवीर ऐ शूरवीर ऐ दानवीर
तुम को वंदन और अभिनन्दन!
मोर्चे सबके अलग-अलग
मन्जिल सबकी एक है!