मुझको दृढ़ निश्चय जीत का हाथ मेरा जो थामे यदुवीर... मुझको दृढ़ निश्चय जीत का हाथ मेरा जो थामे यदुवीर...
टुकड़े कर दूँ दुश्मन के वो शमशीर हूँ मैं टुकड़े कर दूँ दुश्मन के वो शमशीर हूँ मैं
ऐ करमवीर ऐ शूरवीर ऐ दानवीर तुम को वंदन और अभिनंदन। ऐ करमवीर ऐ शूरवीर ऐ दानवीर तुम को वंदन और अभिनंदन।
कब तुम विपरीत समय में फिर, दुख मेरा बाँट हँसाओगे, कब मेरी सूनी माँग को तुम..... कब तुम विपरीत समय में फिर, दुख मेरा बाँट हँसाओगे, कब मेरी सूनी माँग को तुम...
सम्मान मे तुमने जन्म लिया खुली फिजा में दर्द क्या जानो पिंजरे का। सम्मान मे तुमने जन्म लिया खुली फिजा में दर्द क्या जानो पिंजरे का।
तब संसार में चारों ओर, खुशियां ही खुशियां छायी थी। तब संसार में चारों ओर, खुशियां ही खुशियां छायी थी।