STORYMIRROR

Himanshu Jaiswal

Inspirational

3  

Himanshu Jaiswal

Inspirational

मैं वीर हूँ

मैं वीर हूँ

1 min
357

शत्रु का सीना चीर दूँ

वो तीर हूँ मैं

सरहद की लकीर हूँ मैं

हाँ हाँ वीर हूँ मैं


टुकड़े कर दूँ दुश्मन के

वो शमशीर हूँ मैं

युद्ध में रणवीर हूँ मैं

हाँ हाँ वीर हूँ मैं


घुसपैठियों के पैरों की

जंजीर हूँ मैं

देश रक्षा में हाज़िर हूँ मैं

हाँ हाँ वीर हूँ मैं


मुस्तैदी में न थकने वाला

शरीर हूँ मैं

कर्म से शूरवीर हूँ मैं

हाँ हाँ वीर हूँ मैं


आतंकीयों के लिए बुरी

तक़दीर हूँ मैं

खौलता हुआ रुधिर हूँ मैं

हाँ हाँ वीर हूँ मैं



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational