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Hemant Kumar Saxena

Abstract

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Hemant Kumar Saxena

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यही तो प्यार है

यही तो प्यार है

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चाँदनी की चाँद से,

सिफारिश कौन करेगा, 

हो रोशनी पर्याप्त तो,

गुज़ारिश कौन करेगा, 


यहाँ हर कोई जिंदगी से,

परेशान है मेरे दोस्त, 

बरना मुसीबत में खुदा,

को याद कौन करेगा, 


न चाहूँ में दुखी हो कोई,

मेरी खता से, 

जन्नतें नजर आयें सभी को।

मेरी दुआ से, 


ऐ खुदा रखना मुझे,

इस तरह सबके दिलों में, 

कि खुशियाँ ही मिलें,

सबको मेरी वजह से, 


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