यह कौन चित्रकार है
यह कौन चित्रकार है
भगवान की सबसे
अद्भुत संरचना- नारी
नारी के हर कृति है अद्भुत
जिस चीज को छूती है वह
घड़ देती है उसका सुन्दर रूप।
सबसे सुन्दर उसकी रचना
मातृत्व का सम्मान संतान।
पूरी जिंदगी लगा देती है
बनाने में रचना को महान।
क्या धरती क्या आकाश
तरसते हैं उसके आसरे को।
है उसमें धरती सी सहनशीलता
आकाश सा विस्तृत प्रसार।
उसके बिना हर चित्र अधूरा
उसके बिना हर घर सूना।
जिंदगी के रंग उसी के संग
वही है करता, वही है धरता
उस सा न कोई दूजा भरता
हर चित्र उसी से सजता।
प्रभु की कृति को हमारा नमन
कृति की कृति से हम हैं उऋण।
