यह दिल धड़कता है तुम्हारे लिए
यह दिल धड़कता है तुम्हारे लिए
पहली बार घर से दूर जाता हुआ पढ़ने के लिए जाता हुआ बच्चा मां-बाप क्यों कितनी चिंता में डाल देता है उसके भविष्य की चिंता में उसके घर वाले बहुत कुछ सोचते हैं
मेरी कविता मेरे नाती के लिए जो एम्स मेडिकल कॉलेज दिल्ली ज्वाइन कर रहा है।
कविता ध्रुव तुम्हारे लिए
समय की अजब बलिहारी है।
समय समय पर यह दिल
धड़कता है अलग अलग तरह से अलग-अलग लोगों के लिए।
कभी मां-बाप के लिए।
कभी अपनों के लिए।
को कभी बच्चों के लिए।
कभी प्रियतम के लिए।
कभी अपने नाती पोतों के लिए।
अभी मेरा दिल धड़क रहा है सिर्फ तुम्हारे लिए।
क्योंकि तुम हो मेरे नाती। पहली बार तुम जा रहे हो घर से बाहर,
क्या तुमको वो दुनिया रास आएगी ।
यह सोच सोच कर दिल धड़क रहा है तुम्हारे लिए।
साथ में यह आश्वासन भी दे रहा है कि तुम इतने होशियार बच्चे हो ।
जमाने के साथ चलने वाले इतने प्यारे बच्चे हो, तुम जमाने को भी जीत लोगे
साथ वालों का दिल भी जीत लोगे।
और यहां भी अपनी सफलता के झंडे गाड़ दोगे ।
मगर क्या करें यह दिल बेचारा दुश्चिंता ओं का मारा।
जिसको मूल से ब्याज है प्यारा।
इसीलिए है दिल धड़क रहा है सिर्फ तुम्हारे लिए।
तुम्हारी कामयाबी के साथ तुम्हारी जिंदगी की सफलता के लिए ।
अच्छी मेहनत और सुकून भरी जिंदगी के लिए।
है आशीर्वाद हमारा हमेशा तुम्हारे साथ तुम्हारी सफलता के लिए।
जो कभी मुसीबत लगे तो एक आवाज लगा देना हम हमेशा तैयार हैं तुम्हारे लिए।
करते हैं तुमको दिलो जान से प्यार क्योंकि हमारी धड़कन हो हमारा दिल हो
और हम लोग हैं हमेशा तुम्हारे लिए।
