यह भरोसा है।
यह भरोसा है।
यह जो भरोसा है।
वो
भरोसा एक दिन में नहीं आता।
भरोसा जीतना पड़ता है।
और फिर
बनाये रखने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ती है।
ये भरोसा एक दिन में नहीं आता
पर
टूट छण भर में जाता है।
और
प्यार
दरअसल प्यार भरोसे का ही दूसरा नाम है।
यह जो भरोसा है।
वो
भरोसा एक दिन में नहीं आता।
भरोसा जीतना पड़ता है।
और फिर
बनाये रखने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ती है।
ये भरोसा एक दिन में नहीं आता
पर
टूट छण भर में जाता है।
और
प्यार
दरअसल प्यार भरोसे का ही दूसरा नाम है।