ये चार की कहानी है यारों
ये चार की कहानी है यारों
वो चार लोग कौन हैं
जो कन्धों पर लादे बोझ हैं ,
वो चार लोग कौन हैं
जिन्हें फिक्र हैं लोगो की ,
वो चार लोग कौन हैं
जिन्हें भय हैं उन चार लोगों की ,
उफ़्फ़ क्या गर्द मचा रखी हैं इन सालों ने
ये चार की कहानी हैं यारो
एक काना
दो लँगड़ा
तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा
चार चौपटा
पांच पंचत्व
अब आखिर किस नम्बर की बारी हैं !!!
