यारों की यारी
यारों की यारी
उसने मेरे चेहरे की हसी देखी है
उसने मेरी आंखों की नमी भी देखी है
उस रंगीन सवेरे में वो मेरे साथ था
उस ढलते अंधेरे में भी उसने मेरा हाथ थामा था
ज़िन्दगी की उड़ान में वो मेरा सहारा बना है
ज़िन्दगी के तूफ़ान में भी उसने
मेरी उम्मीदों को टूटने नहीं दिया है
वो सच्चे दोस्त ही है मेरे,
जिसने मेरी खुशी और मेरी उदासी
सब का एतबार किया है
जिस दिन मेरी कहानी को
अल्फाजों में पिरोया जाएगा,
ए दोस्त, तेरा नाम उस दिन
हर पन्ने पर सुनहरे अक्षरों में कुरेदा जाएगा।