याद
याद
एक याद ऐसी भी है,
एक बात ऐसे भी है,
तू और मैं भी साथ थे,
हम कहते हर बात थे।
अब कहा गए वो रात सवेरे ?
अब कहा गए वो प्यार बसेरे,
तू तो चली गयी लेकिन ,
तेरा प्यार रहता मुझे घेरे,
जाने क्यों इंकार किया ?
किन बातों का घूट पिया,
वो ज़हर घूट ऐसा कातिल,
ले गया मेरे प्यार का तिल-तिल।

