याद आती है उसकी झूठी कसम
याद आती है उसकी झूठी कसम
उनकी अदाओं की तरह, उनकी कसमें भी लाजवाब थी,
जब मैंने उनसे कहा, छोड़ के तो नहीं जाओगी न
उसने मुस्कराते हुए कहा, तुम्हारी कसम कभी नहीं।।
उनकी अदाओं की तरह, उनकी कसमें भी लाजवाब थी,
जब मैंने उनसे कहा, छोड़ के तो नहीं जाओगी न
उसने मुस्कराते हुए कहा, तुम्हारी कसम कभी नहीं।।