वसुधैव कुटुंबकम
वसुधैव कुटुंबकम
है अपनी सारी दुनिया,अपना है परिवार।
हम सारी दुनिया के हैं,हमको जग से प्यार।।
लोगों का ग़म अपना बना लूँ हो जाए कुछ ऐसा।
होंठो पर सबके हँसी खिला दूँ,
कर लूँ काम कुछ ऐसा।
जीत लूँ सबके दिल को,मुझको है ऐतबार।
हम सारी दुनिया के हैं,हमको जग से प्यार।।
सुख-समृद्धि से भरा रहे ये,
चाहे नित ये नैन,
व्यथा कुटुंब में हो न कभी,
जो हो पाऊँ न चैन।
इस वसुधा से हमें हमेशा मिला प्यार-दुलार।
हम सारी दुनिया के हैं, हमको जग से प्यार।।
