वो पिता ही है!
वो पिता ही है!
वो पिता ही है!!!
जिसने उंगली पकड़ चलना सिखाया!
अपनी पहली कमाई का हिस्सा हम पे लुटाया!
सही-गलत में फर्क बताया!
हमारी हर गलती पर प्यार से समझाया!
इस मतलबी दुनिया से बचाया!
हर मुश्किल से लड़ना सिखाया!
हर सच्चाई से रूबरू कराया!
खुद पर आत्मविश्वास दिलाया!
हमारी ख़्वाहिश पूरी हो,
उसने हर संघर्ष गले से लगाया!
वो पिता ही है!!!
जो हमारी जीत में हमसे ज्यादा मुस्कराया!
