मां
मां
मां तू न होती तो बता मेरी कौन करे परवाह
मां तू न होती तो बता मेरी कौन करे परवाह
काम तेरे हाथ सीखा, चलना संभलना राह पर
नन्हा मुन्ना एक जीव था, जो तन्हा हो जाने का
डर
कहानियां परियों की सुनते, रात भर यूं जागते
नन्हे मुन्ने कदमों के पंछी, बस उड़ते चलते भागते
भीगना बारिशों में, फिर मां वो तेरा डांटना
अपने हाथों से खिलाना, और निवाला बांटना
आता याद मुझे वो बचपन, लौट जो आ न रहा
मां तेरा प्यार दुलार पर मुझ को है सता रहा
मां तुमसे मंज़िल, तुमसे हासिल, तुमसे ही इंसान हैं
अल्लाह, मौला, और खुदाया, तुमसे ही भगवान हैं
मां तू न होती तो बता मेरी कौन करे परवाह
मां तू न होती तो बता मेरी कौन करे परवाह।।
