वो पहला प्यार
वो पहला प्यार
जिन्दगी तो मेरी चल ही रही थी,
पर तेरे आने से महक उठी
तू बस मेरा है ये सोचकर जी उठी
तुझे पाने की खुशी में
अपनी सुध बुध खो बैठी
अब जिन्दगी कितनी हसीन होगी,
ये भी मुझे मालूम हो गया
क्योंकि नजरों का दीदार
तुमसे जो हो गया था
तुम्हारे साथ बिताया
हर लम्हा जहन में रम सा गया है
मानो वक़्त यहीं थम सा गया है।

