वो जो कहता
वो जो कहता
वो जो कहता हर वक्त हमसे साजिशें है अब कहां,
हवाओं की तरह बदलता रहा रंजिशें है जब वहां।
फिजाओं का क्या कोई रोश दिल में है सब जहां,
किसका किससे कौन कहें दोषी वो है अब कहां।
फिक्र ना उसको किसी से किसी की है जब यहां,
करें क्या वो सितम अब बेफिक्र वो है अब कहां।
जहां बदलता हर समय का समय है जब जहां,
हर समय पर ही तो जीवन निर्भर है अब कहां।