वन्दना
वन्दना
हे शक्ति रूपा जगदम्बिका,
वह रूप धारण कीजिए।
हम पर छाई विपत्ति को,
नारसिंही दूर कीजिए ।
आई हूूँ आपकी शरण में,
हम पर दया कीजिए।
लिख दू तेरी जीवनी माँँ,
वह छन्द का विधान दीजिए।
हे आदिशक्ति तेजस्वरूपा
वरदान हमको दीजिए।
हृदय मेंं मेरे ग्यान का,
प्रकाश भर दीजिए।
हृदय की मलिनता दूर कर,
हमको विमल कर दीजिए।
हे अन्नतरूपा जगदम्बिका,
मेरी तूलिका में रंंग भर दीजिए।
