वीरों का सन्देश
वीरों का सन्देश
अभिमन्यु मरा नहीं अभी भी वो जिन्दा है,
चीख चीख भारतवर्ष के अन्याय को वो कहता है,
वीर था वीरगति ही उसको पाना था,
मानव को सन्देश उसे यह दे जाना था,
वीरता केवल छल से जीत में नही होती है,
यश गान गाता जग जो सत्य की राह में होते है,
जीत कर ही नही हार कर भी वो सीख हमें देते है,
जीत ना केवल लक्ष्य हो जीवन का,
सत्यता जीवन आधार रहे,
इतिहास साक्षी उन वीरों का,उन पर शीश झुकाता है।
आओ नमन करें उनको,
जिसने हमें यह बतलाया है,
जीवन की राह में सत्य पे मिटना सिखाया है।
