तुम जो बोलो यह तुम पर है, उस पर तो बंदिश कहीं नहीं, पर यह सोचो जो बोला है, वह देश हित में... तुम जो बोलो यह तुम पर है, उस पर तो बंदिश कहीं नहीं, पर यह सोचो जो बोला है...
नमन शहीदों, नमन जवानों देह त्याग कर देश बचाया तेरे उपकारों से भारत कभी उऋण नहीं हो पाया। नमन शहीदों, नमन जवानों देह त्याग कर देश बचाया तेरे उपकारों से भारत कभी ...
वीरगति को प्राप्त हो जाये, सोचो अगर सैनिक ना होते तो फिर कौन बचाता हमको। वीरगति को प्राप्त हो जाये, सोचो अगर सैनिक ना होते तो फिर कौन बचाता हमको।
अभिमन्यु मरा नहीं अभी भी वो जिन्दा है। अभिमन्यु मरा नहीं अभी भी वो जिन्दा है।
करने को दीदार, लोग भी उमड़ पडे हैं नव-नव हैं प्रतिमान, गढे हैं रण में तुमने। करने को दीदार, लोग भी उमड़ पडे हैं नव-नव हैं प्रतिमान, गढे हैं रण में तुमने।
बरसों बाद आज मेरे प्यारे भाई से मिलने वाली थी बरसों बाद आज मेरे प्यारे भाई से मिलने वाली थी