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pawan punyanand

Others

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पिता 2

पिता 2

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मैं जब भी याद करती हूँ,

हर बात आपकी

आज सच पाती हूँ।

मेरे माँगने से पहले,

आपका समझ जाना,

दुलार से मुझे गले लगाना।

याद है, मुझे आपकी

कही हर बात,

याद है,

वो वक्त, वह साथ

जो बिताई, आपके संग साथ

याद है मुझे,

आपके गोद में बैठना,

और प्यार से आपका

मेरे माथे को सहलाना।

याद है मुझको,

आपका छोड़कर, हम सबको,

अचानक से चले जाना।

आप गये यूँ,

मुझे छोड़ अकेला,

कैसे कहूँ,

पिता बिना,

जीवन कैसे बीता।

हर पल साये कि तरह

आप, साथ मेरे रहते हैं,

मेरी हर एक लम्हे में,

आप जीते हैं।

ज्यादा क्या कहूँ,

मुझे मुझसे ज्यादा

जानते थे आप।

बेटी बनूँ हर जन्म में, आपकी,

बस इतना सा, दे आशीर्वाद।

(तुम्हारी भावना को लिखने का प्रयास)



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