विदाई
विदाई
सन तेईस अब बीता गया
आज विदाई बेला है।
सौप गया उपहार बहुत से
एक अबध पुर मेला है ।
हिन्दुत्व वाद राजनीति में
मुद्दा सफल बनाया है ।
रही वर्षों उपेक्षित संस्कृति
ध्वज अम्बर लहराया है ।
गुलामी के प्रतीक हटाने
तेइस कदम बढाया है ।
नया भवन संसद को दीन्हा
गौरव भारत पाया है ।
विश्व प्रसिद्ध हुआ है भारत
जी सम्मलेन हो पाया।
महारथी आए दुनिया के
शीश सभी का झुकवाया।
विकासशील देश में गिनती
नया मुकाम बनाया है ।
दो चार गलतियाँ छोड़े तो
तेइस सफल कहाया है ।।
