नन्हां-मुन्ना सा बेंतरा पहचान है इनकी, खेत-खलिहान, पोखर-अहरा नदी-तालाब, सागर गो नन्हां-मुन्ना सा बेंतरा पहचान है इनकी, खेत-खलिहान, पोखर-अहरा नदी-ताल...
अद्भुत अलौकिक प्रकृति का रमणीय नज़ारा दिनकर के प्रकाश से प्रकाशित जग सारा अद्भुत अलौकिक प्रकृति का रमणीय नज़ारा दिनकर के प्रकाश से प्रकाशित जग सा...
ये क्यूँ सपना सा लगता है तू क्यूँ अपना सा लगता है । ये क्यूँ सपना सा लगता है तू क्यूँ अपना सा लगता है ।
मैं ही सत्य है.. मै ही निरंकार हूं अदभुत हूं मै..चारो दिशा हूं मै. मैं ही सत्य है.. मै ही निरंकार हूं अदभुत हूं मै..चारो दिशा हूं मै.