उम्मीदें नहीं हारा करतीं
उम्मीदें नहीं हारा करतीं
नव चेतना का संचार होतीं हैं बेटियाँ
घर, आंगन की बहार होतीं हैं बेटियाँ
माता- पिता का दुलार होतीं हैं बेटियाँ
तप्त हृदय हेतु शीत- बयार होतीं हैं बेटियाँ
प्रतीक प्रेम, दया, ममत्व का संसार होतीं हैं बेटियाँ
नव चेतना का संचार होतीं हैं बेटियाँ
कर्तव्यों से कभी विमुख नहीं होतीं हैं बेटियाँ
बांट लेतीं हैं सुख- दुख, परिवार की ढाल होतीं हैं बेटियाँ
मधुर संगीत की मीठी तान होतीं हैं बेटियाँ
मुश्किल से सबको उबार लेतीं हैं बेटियाँ
नव- चेतना का संचार होतीं हैं बेटियाँ
अवसर मिलते ही मंजिल पा लेतीं हैं बेटियाँ
इस अद्भुत संसार की अनमोल कृति होतीं हैं बेटियाँ
माँ की आस, पिता का विश्वास होतीं हैं बेटियाँ
सबकी खुशी, रौनक से गुलज़ार होतीं हैं बेटियाँ
नव- चेतना का संचार होतीं हैं बेटियाँ.
शांत, सरल, सुशील होतीं हैं बेटियाँ
हर समस्या का हल होतीं हैं बेटियाँ
विजय हेतु अपनों की हार जाती स्वयं बेटियाँ
निज- भावनाएँ, कागज पर उतार लेतीं हैं बेटियाँ
नव- चेतना का संचार होतीं हैं बेटियाँ।