उम्मीद
उम्मीद
इंसान वो ज़िद्दी
परिंदा है जो,
घायल भी
उम्मीदों से है,
और जीता भी
उम्मीदों पे है..।।
इंसान वो ज़िद्दी
परिंदा है जो,
घायल भी
उम्मीदों से है,
और जीता भी
उम्मीदों पे है..।।