STORYMIRROR

शशि कांत श्रीवास्तव

Inspirational

3  

शशि कांत श्रीवास्तव

Inspirational

उड़ान

उड़ान

1 min
241

उड़ने को बने हैं हम 

आसमां छूने को हैं तैयार 

बुलंद हौसलों के संग।

 

राह में आये 

कितनी ही बाधायें 

पार कर जायेंगे उसको हम 

अपने हौसलों से,

 

उड़ने को बने हैं हम 

मंजिलें भी आकर पास 

दूर चली जाती हैं 

एक क्षण को 

निराशा सी छा जाती है। 


फिर नई उम्मीदों के संग

चल पड़े हैं राह पर उड़ने को 

उड़ने को बने हैं हम 

पर उड़ान बाकी है अभी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational