जीवन अनमोल है
जीवन अनमोल है
कृपालुता
एक तितली में,
कितना कोमल,
और नाजुक वे लगते हैं।
धीरे से फड़फड़ाते हुए,
एक शांत गर्मियों के दिन,
जैसे तैर रहा है,
एक सपना।
मगर दुर्भाग्यवश,
उनका समय पूरा हो गया है,
शुरू होने से पहले शायद ही।
तो मज़े करो
आपके विशेष क्षण,
तितली की तरह,
धूप में।
