अद्भुत माँ
अद्भुत माँ
भगवान ने एक अद्भुत माँ बनाई,
एक माँ जो कभी बूढ़ी नहीं होती
उसने उसे धूप की मुस्कान दी,
और उसने अपने दिल को शुद्ध सोने से ढाला
उसकी आँखों में उसने चमकते सितारे रखे,
उसके गाल मेले में तुम देखते हो
भगवान ने एक अद्भुत माँ बनाई,
और उसने वह प्रिय माँ मुझे दे दी।