परिस्थिति का हाल
परिस्थिति का हाल
अगर तुम रुक गए होते
तो यह दुनिया तुम्हें
कमजोर कहती तुम्हारा उपहास करती
तुम चले गए
अगर तुम रुक गए होते तो
शायद
तुम खुद को कभी माफ ना
कर पाते क्योंकि
तुम आज जिस मुकाम पर हो
वही तुम्हारी असल पहचान है
अगर तुम रुक गए होते तो
शायद तुम यह ना होते जो
तुम आज हो इसलिए
बहुत अच्छा किया था तुमने जो उस दिन
पीछे नहीं हटे।
अगर तुम रुक गए होते तो तुम यह
सब नहीं और ना वहीं होते जो
तुम उस वक़्त थे इसलिए
भला हुआ की तुम चले गए।