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Tanu Bhargava

Inspirational

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Tanu Bhargava

Inspirational

खुद ही पहरेदार

खुद ही पहरेदार

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स्वास्थ्य से बड़ा न कोई धन,हों सुखी तभी जब स्वस्थ तन मन

खड़ी सामने लहर दूसरी,है अमूल्य समझें यह जीवन ।

कोरोना की वापसी, और तेज रफ़्तार

घूम घाम कर आ गया, फिरसे अपने द्वार ।

लड़ना है वायरस से, हो जाओ तैयार

ना दिन ही-ना रात ही, ना छुट्टी इतवार ।

कोविड खुद के बीच में, खड़ी करें दीवार

झेल रहे यह आपदा, सबके ही परिवार ।

रहा नहीं अब अजनबी, कर लो सच स्वीकार

खुद ही खुद बन जाइये, खुद के पहरेदार ।

भीड़ भाड़ से सब बचो, मत जाओ बाज़ार

भाप, मास्क औ फ़ासला , ख़ास बात ये चार ।

लक्षण कोई भी दीखे, खाँसी-छींक-बुख़ार

दिखलाकर डाक्टर को, कर दें शुरु उपचार ।

जंग दिलेरी से लड़ो, मत डालो हथियार

मज़बूती से सामना, रहना है हुशियार ।


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