नव वर्ष के स्वागत को
नव वर्ष के स्वागत को
नव वर्ष के स्वागत को,
धरती के प्राणी उत्सुक है
आओ हम नववर्ष मनायें।
नव कुंजों से नव किसलय तक,
अंधियारे से सूर्योदय तक,
सब प्राणी जगत कल्याणक हो,
आओ हम नववर्ष मनायें।
आ जाओ माँ आ जाओ,
भक्त कब से पंथ निहार रहे।
स्नेह प्यार के बंधन में ,
जन्मो जन्मो तक बंधे रहे।
इस नूतन वर्ष आगमन पर ,
हम भी कुछ नई प्रतिज्ञा लें।
सुख में दुख में हर मौसम में ,
स्नेह सदा यू बना रहे ।
नव वर्ष के स्वागत को,
धरती के प्राणी उत्सुक है।
आओ हम नववर्ष मनायें।