कोरोना को हराना हे
कोरोना को हराना हे
जो कुछ सोचा भी नहीं था वो सब हो रहा है
अनजाने में इंसान इंसान की ही जान ले रहा है
मंदिर के दरवाज़े बंद हुए गुरुद्वारों से लंगर उठ गए
इंसान कमरों में क़ैद हुए और पशु बिंदास घूम रहे
कहते है इतने दिन घर में रहना क्या भला आसन है
अरे जी बड़े काम है जो मिल बाँट कर कर सकते हो अभी
फिर मत कहना ज़िंदगी में वक्त नहीं मिला कभी
हँसी ख़ुशी से भरे जीवन के वो हिस्से
बच्चों को सुनाओ तुम अपने जीवन के क़िस्से
पुरानी यादें ताज़ा कर लोऐल्बम के पन्ने खोल अभी
अपनी पसंद की सारी फ़िल्में दोबारा देख लो अभी
कुछ दिन बटा दो बीवी के काम में हाथ
इसी बहाने हो जाएगी मीठी सी कुछ बात
शाम को खिड़की पर बेठ निहारो पंछियों का उड़ना
सूरज का ढलना और चाँद सितारों का निकलना
चेन की नींद पूरी कर लो अभी
फिर मत कहना ज़िंदगी में वक्त ही नहीं मिला कभी
मानती हूँ वक्त है मुश्किल पर इरादे चट्टान हैं
होसला हे फिर भी दिलो में क्यूँकि मेरा भारत महान है।
