तू कौन है
तू कौन है
तू है सुबह, तू शाम है
जीने का तू ही है नजरिया
तेरी लहर आठों पहर
मैं बूंद तू ही मेरा दरिया!
तू है सुबह, तू शाम है
जीने का तू ही है नजरिया
तेरी लहर आठों पहर
मैं बूंद तू ही मेरा दरिया!