दो बूँद दो बूँद
जानती हूँ मैं.. वो मुझे तलाश रहा है इन तस्वीरों में पर...! जानती हूँ मैं.. वो मुझे तलाश रहा है इन तस्वीरों में पर...!
मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ ..... मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ .....
खालीपन इनका पूर्ण हुआ जो इनको मिली निशानी हैबगिया कोई ज्यों महक उठे कोई फूल नया खिल जाने परसारा घर भ... खालीपन इनका पूर्ण हुआ जो इनको मिली निशानी हैबगिया कोई ज्यों महक उठे कोई फूल नया ...
एक तारक में दिखी छवि नभ-निवासी की उसे तीव्र स्वर में फूट वह भू-वासिनी गाने लगी। एक तारक में दिखी छवि नभ-निवासी की उसे तीव्र स्वर में फूट वह भू-वासिनी गाने लग...
काले दिख रहे थे बादल जैसे कोई नैनो का काजल। काले दिख रहे थे बादल जैसे कोई नैनो का काजल।