तू अगर
तू अगर
तू अगर आसू भी है तो मैं आंख बन जाउंगी
तू अगर अंधेरा है तो मैं चांद बन जाउंगी
अगर तू उलझन हैं मैं सुलझन बन कर आऊंगी
तेरी आंख नम हो तो ओठों पे मुस्कान बन के ठहर जाउंगी
तेरे दिल में दर्द हो तो उसे अपने प्यार का आशियां बनाउंगी
हर हिस्सा मेरी जिंदगी का तेरे साथ बिताउंगी
हर किस्सा मेरी कहानी का तेरे साथ जोडुंगी
चाहे सही हो या गलत पर तेरे एक इशारे पे सब छोड चली आउंगी
जब आऊँगी तो प्यार की लहर लाऊंगी
तेरे किनारे पे हर पहर ठहर जाऊंगी।