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Kawaljeet GILL

Abstract Tragedy Classics

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Kawaljeet GILL

Abstract Tragedy Classics

तुमसे दूर होकर

तुमसे दूर होकर

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तुमसे दूर होकर हमको एहसास हुआ

कि तुमारा प्यार हमारी जिंदगी है,

हमने तो मज़ाक में ही तुमको

हमसे जुदा होने को कह दिया,


तुमने हमारे मज़ाक पर करके

यकीन दूर होने का फैसला ले लिया,

ये फैसला तुमारा हमारे दरमियां

फासले ले आया सदा के लिए,


हम मिलेंगे भी कभी की नही ये तो रब हीं जाने,

ये फासले कभी खत्म होंगे कि नही रब ही जाने,

चलो फिर से हम अजनबी से दोस्त बन जाये,

फिर से अपनी एक नई दुनिया बसा ले,


इस जग की ना सुने हम और अपनी खुशियां जी ले,

जो बचे है ज़िन्दगी के कुछ पल वो ज़ी ले अपने हिसाब से,

बहुत सुन ली दुनिया की अब दुनिया को मारे

गोली और खुद की जिंदगी संवार ले।


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