तुम मुझे पूरे क्यों नहीं मिले
तुम मुझे पूरे क्यों नहीं मिले
तुम और मैं,,हाँ हम,
कब अलग हुए,कभी तो नहीं,
माना हालत ने अलग कर दिया,
पर यादें कहाँँ जुदा कर पायीं?
आज भी याद है वो दिन जब,
हम तेरा इंतजार करते थे और
तुम आकर सारी बोलते थे मुझे,
थोड़ा रुठना, तो थोड़ा मनाना,
पर अब रुठना ही छोड़ दिया,
तुम जैसा मनाने वाला नहीं मिला,
कोई शिकवा तो नहीं है मुझे,
सिवाय इसके की तुम मुझे
पूरे क्यों नहीं मिले,,,,,,!!