तुम कल में रह जाओगे,कल को हम ना मिलेंगे
तुम कल में रह जाओगे,कल को हम ना मिलेंगे
प्यार किया है अगर तो जाता भी दो,
कुछ कमियां हो मुझमें अगर,तो बता भी दो,
मै चल दूंगी बेधड़क तेरे साथ में ,
दो कदम तुम भी आगे बढ़ा तो दो,
अतीत को छोड़,मेरा हाथ थाम तो को,
ज़िक्र टूटे दिल का छोड़,मेरे इश्क का नाम तो लो,
बिना इश्क़ के कैसे तुम्हरे ज़ख्म हम सिलेंगे,
तुम कल में रह जाओगे, कल को हम ना मिलेंगे ।
सब्र की सीमाएं खीच ,मैंने सब्र किया है,
तक़लीफों को आंसुओं से सींच ,मैंने कब किया है
कुछ बातें आ जाती है ,मेरे फैसला बदलने को,
पर अपने हर फैसले पे ,मैंने फक्र किया है
अब भी तुम आगे बढ़े ना अगर,
तो जान लेना ,यही तक था हमारा सफर,
तुम तब भी अकेले ही होगे,और हम तनहाईयों में जलेंगे,
तुम कल में रह जाओगे,कल को हम ना मिलेंगे।
ऐसा नहीं है मेरे बिन तुम सांसें ना लोगे,
कुछ दिन निवाले मेरे भी उतरेंगे नहीं,
कुछ दिन तुम भी प्यासे रहोगे,
ऐसा नहीं है कि दुनिया मेरे बिना चलेगी नहीं,
ना ऐसा है,कमियां तेरी मुझे खलेंगी नहीं,
पर सवेरा तब भी होगा, सांझ फिर भी ढलेंगे,
तुम कल में रह जाओगे,कल को हम ना मिलेंगे।

