'' तोता ''
'' तोता ''
देखो-देखो यह पक्षी है,
शरीर कितनी अच्छी है l
खाती-पीती रहती है,
सबके मन में बसती है l
वह बोलती कितनी मीठी-मीठी,
पर खाती हमेशा तीता है l
इधर उधर चलती फिरती,
पर ना कभी गिरती l
सबके दिल में बसती है,
पर पेड़-पौधे पर ही रहती है l
यह सब की जान है,
पक्षियों में इनकी कितनी मान है ll
