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Mamta Singh Devaa

Inspirational

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Mamta Singh Devaa

Inspirational

तंदुरुस्त तन तंदुरुस्त मन

तंदुरुस्त तन तंदुरुस्त मन

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बेहिसाब तला भुना बार-बार खाकर

क्या मिला शरीर को थुलथुल बनाकर ?


शुगर-ब्लडप्रेशर-दमा और ना जाने क्या-क्या

इन सबसे जीवन में कोई फायदा हुआ क्या ?


हॅंसते लोग अलग हैं ये शरीर देखकर

शक्ल बिगड़ जाती है एकदम से फैलकर ,


नियम और अनुशासन में रहकर

जीवन जीयो तुम स्वस्थ बनकर ,


देखो कैसे बदलती है काया तुम्हारी

मिस्टर इंडिया में जाने की होगी तुम्हारी बारी ,


तंदुरुस्त तन में तंदुरुस्त मन का वास होता है

फिर इसमें किसी भी रोग का नहीं निवास होता है।


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