तंदुरुस्त तन तंदुरुस्त मन
तंदुरुस्त तन तंदुरुस्त मन
बेहिसाब तला भुना बार-बार खाकर
क्या मिला शरीर को थुलथुल बनाकर ?
शुगर-ब्लडप्रेशर-दमा और ना जाने क्या-क्या
इन सबसे जीवन में कोई फायदा हुआ क्या ?
हॅंसते लोग अलग हैं ये शरीर देखकर
शक्ल बिगड़ जाती है एकदम से फैलकर ,
नियम और अनुशासन में रहकर
जीवन जीयो तुम स्वस्थ बनकर ,
देखो कैसे बदलती है काया तुम्हारी
मिस्टर इंडिया में जाने की होगी तुम्हारी बारी ,
तंदुरुस्त तन में तंदुरुस्त मन का वास होता है
फिर इसमें किसी भी रोग का नहीं निवास होता है।
