तितली
तितली
रंगबेरंगी अप्सरा ये थिरकती
हसते खेलते दोस्त बनजाती
बाग बगीचे मैं रौनक महकाती
चार दिन की जिंदगी सिखलाती
विधाता का बहुमुल्य संदेश गाती
हरपल मनमोहक करने वह आती
स्वर्गमय दुनिया जादू दिखलाती
प्यार बॉंटते हर गल्ली तरसाती
बेजान जिंदगी में जान भर जाती
हर फूलोंपर खुशीसे मंडराती
गुनगुनगाना गाती आए तितली
मखमली पंखों से प्यार से सहलाती।