STORYMIRROR

Sanjana Kamat

Classics Inspirational

4  

Sanjana Kamat

Classics Inspirational

तितली

तितली

1 min
290

रंगबेरंगी अप्सरा ये थिरकती

हसते खेलते दोस्त बनजाती  

बाग बगीचे मैं रौनक महकाती

चार दिन की जिंदगी सिखलाती


विधाता का बहुमुल्य संदेश गाती

हरपल मनमोहक करने वह आती

स्वर्गमय दुनिया जादू दिखलाती

प्यार बॉंटते हर गल्ली तरसाती


बेजान जिंदगी में जान भर जाती

हर फूलोंपर खुशीसे मंडराती

गुनगुनगाना गाती आए तितली

मखमली पंखों से प्यार से सहलाती।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics