हिम्मत और सच
हिम्मत और सच
जो होते हैं कमजोर उन्हें
सच का सामना करने की
हिम्मत नहीं होती
रहते हैं पर्दे की आड़ में
मिलाने के लिए उनकी
दो आंखें नहीं होती।।
खुश रहिए और खुश रखिए
क्योंकि यही इम्यूनिटी की
"बेचैन दवा है
जो छुपते हैं पर्दे की आड़ में
ऐसे डरपोक की
वही सजा है।।