मैं अपने आत्म स्वरूप में रहना चाहती ईश्वर से नित्य यही प्रार्थना करती।। मैं अपने आत्म स्वरूप में रहना चाहती ईश्वर से नित्य यही प्रार्थना करती।।
शायद मैं डरपोक नहीं हूँ लेकिन मैं डरता हूँ। शायद मैं डरपोक नहीं हूँ लेकिन मैं डरता हूँ।
अब कोई प्यार से भी बुलाए तो घबरा जाती हूँ मैं और दुत्कारे अगर तो और भी डर जाती हूँ मैं। अब कोई प्यार से भी बुलाए तो घबरा जाती हूँ मैं और दुत्कारे अगर तो और भी डर जात...
बचपन याद किया हमने और, हम दोनों की आंखों में आंसू आ गए। फिर दूसरे दिन उसके घर वाले, उसे वापस लेने... बचपन याद किया हमने और, हम दोनों की आंखों में आंसू आ गए। फिर दूसरे दिन उसके घर ...
क्योंकि गलती से भी गलत करने से डरती हूँ अपने मन और ज़मीर से न जाने कितनी बार लड़ती हूँ हाँ डरपोक... क्योंकि गलती से भी गलत करने से डरती हूँ अपने मन और ज़मीर से न जाने कितनी बार ...
रोना-धोना लड़कियों को सही हमे छाती पे पत्थर रखकर सबकुछ सामना करना है नहीं तो ये समाज कहेगा डरपोक ... रोना-धोना लड़कियों को सही हमे छाती पे पत्थर रखकर सबकुछ सामना करना है नहीं तो य...