तेरी याद सताती है
तेरी याद सताती है
तेरी याद सताती है
वह सुनहरा पल
वह बागों का मज़ा
तेरा इधर उधर
बस दौड़ते रहना
तेरी याद सताती है
वह खेतों की हरियाली
और तेरा छुप जाना
फिर पीछे से
बांहों में जकड़ लेना
तेरी याद सताती है
कभी कभी किसी बात पर
खामखा रूठ जाना
और नखरे अनेक
मगर मान जाना
तेरी याद सताती है
तेरा कोमल सा शरीर
मेरी गोद में रख देना
और आंखों की झपकी से
अपना प्यार जताना
तेरी याद सताती है
काश वह पल
आज लौट आए
बिन बुलाए अरमान
महबूब का मिल जाना
तेरी याद सताती है
कोई बताएगा
वह पल
कैसे वापस आएगा
मुझे जल्दी से बताना
उसकी याद सताती है।

