I am a diary technologist currently Associated with AMUL
मेरा आशियाना बिना बसे ही उजड़ जाता मै तब भी कुछ ना कह पाता और आज भी....। मेरा आशियाना बिना बसे ही उजड़ जाता मै तब भी कुछ ना कह पाता और आज भी....।
तुम्हे क्या लगता है? तुम्हारे जाने से ये देश, ये व्यवस्था बदल जाएगी। तुम्हे क्या लगता है? तुम्हारे जाने से ये देश, ये व्यवस्था बदल जाएगी।
कार्य या फिर एक सहपाठी की दूसरे के साथ अनौपचारिक भेट। कार्य या फिर एक सहपाठी की दूसरे के साथ अनौपचारिक भेट।
प्रेम का अंकुर बिना अंकुरित हुए खत्म हो गया। प्रेम का अंकुर बिना अंकुरित हुए खत्म हो गया।