तेरी दोस्ती
तेरी दोस्ती
आपकी दुआओं से हम जी लेंगे
ज़हर को भी हम अमृत कर लेंगे
बरसाते रहना आप दोस्ती की फुंहारे
फिऱ तो शोले भी हंसते-हंसते पी लेंगे
बस आप दोस्ताना बरक़रार रखना,
इसके सहारे जख्मो को हम सी लेंगे
ये वो निस्वार्थ रिश्ता बनाया है हमने,
दो जिस्म को एक जान माना है,हमने
बस ये दोस्ती निभा लेना मेरे दोस्त,
फिरतो नरक को भी हम स्वर्ग कर लेंगे।