तेरे प्यार ने
तेरे प्यार ने
मैं भटकता रहा खुद को पाने सनम,
मुझे मुझसे मिलाया तेरे प्यार ने।
हैं जख्म जो दिए मुझको संसार ने,
उन पे मरहम लगाया तेरे प्यार ने।
जी रहा था अभी तक यूं ही बेवजह,
मुझको जीना सिखाया तेरे प्यार ने।
थी अंधेरों में डूबी मेरी जिंदगी,
फिर सवेरा खिलाया तेरे प्यार ने।
थी बहार भूल बैठी जिस मरुभूमि को,
उसमे उपवन खिलाया तेरे प्यार ने।
सो रहा था उदासी का ओढ़े कफन,
मुझको फिर से जीलाया तेरे प्यार ने।
भूल बैठा था मैं मेरी औकात को,
मुझे इंसा बनाया तेरे प्यार ने।
नफरतें ही मिली मुझको हर ओर से,
प्यार करना सिखाया तेरे प्यार ने।
पर थे कुतरे हुए मैंने अहसास के,
फिर से उड़ना सिखाया तेरे प्यार ने।
कर चुकी थी दफन मुझको दुनियां
कभी मुझमे जीवन जगाया तेरे प्यार ने।
लूट ली थी जहां ने जो मासूमियत,
फिर से बच्चा बनाया तेरे प्यार ने।