तेरा एहसास
तेरा एहसास
तू खास है तू आस है ,
वो अनकहा तू एहसास है।
तू साथ नहीं मेरे मगर ,
दिल के तू पास है।
तुझे बोल दू या खुद को रोक लू ,
तू खुदा की दी वो हसीं सौगात है।
तू हक़ीक़त होता तो मंज़र कुछ अलग होता ,
तू खुली आँखों से देखा मेरा वो खवाब है।
तू जो साथ था बुरे वक़्त में मेरे ,
मेरी ज़िन्दगी की कहानी की तू किताब है।
तू रहे न रहे साथ मेरे ,
जाना ! तेरे जिस्म की खुशबू मेरे साथ है।
तेरी बाहों में बिता वो वक़्त ,
मेरी आँखों में कैद हुआ तेरा एहसास है।
तेरा इस कदर मेरे साथ होना ,
मेरी लिखी कविताओं की वो बात है।
खुदा करे तू खुश रहे हमेशा ,
मेरी इबादत में निकली खुदा से ये फ़रियाद है।
खाव्हिश ही मेरी की हर दुआ तेरी कबूल हो,
मेरी उम्र भी तुझे दे दूं जाना,
अब ज़िन्दगी से रहा न कोई मलाल है।