तब मैं जीते जी मर गया
तब मैं जीते जी मर गया
जब रोते हुए कहा मेरे बच्चे ने
पापा , इस दीवाली आप खिलौने नही लाये
आपकी वजह से मेरे दोस्त मेरा मज़ाक बनाते है
तब मैं जीते जी ही मर गया और स्तब्ध खड़ा रहा
जब ताना देते हुए कहा मेरी पत्नी ने
इस बार भी नए जेवर नही बनवाये आपने
मुझसे शादी ही क्यो की जब नही थे पैसे
तब मैं जीते जी मर गया और स्तब्ध खड़ा रहा
जब तंज कसते हुए कहा मेरे भाई ने
भैया , आपसे ज्यादा तो मैं कमाता हूं
और अपने परिवार की खुशियां नही छीनता
तब मैं जीते जी मर गया और स्तब्ध खड़ा रहा
पर जब कहा मेरे पिता ने
हौसला रख सब ठीक हो जाएगा
इस दीवाली घर मे खुशियों के दीप जलेंगे
तब मैं दुबारा जी उठा और काम करने लगा