जीवन खुद का सफल करना
जीवन खुद का सफल करना
सच्चाई की राह है बड़ी मुश्किल ही,
पर उसी राह पर तुम सदा ही चलना।
झूठ की राह लगती है बड़ी आसान ही,
पर उससे हमेशा किनारा तुम करना।
पग पग पर है यहां एक नया धोखा,
उससे हमेशा ही बचकर तुम रहना।
चारों ओर बिछे हैं जाल लालच के,
देखो उन में तुम कभी मत उलझना।
झूठी मोह माया के बंधनों में,
देखो तुम कभी मत फंसना।
दौलत के लिए हरगिज़ कभी भी,
अपनी नैतिकता को तुम मत तजना।
बुरे कामों से रहना दूर सदा ही,
अच्छाई से हमेशा आगे बढ़ना।
दया का भाव अपने मन में रखकर,
शांति से अपना जीवन बिताना।
गुस्से को अपने क़ाबू में रखकर,
व्यर्थ के विवादों में तुम मत पड़ना।
धैर्य को अपने दिल में धरकर,
जीवन खुद का सफल तुम करना।