प्यार एक अपरिभाषित तत्त्व
प्यार एक अपरिभाषित तत्त्व
प्यार की लोग
संकीर्ण
परिभाषा देते है
सिर्फ
पाने को ही
प्यार कहते हैं
जबकि प्यार
खोने का भी
नाम है
प्यार में स्वार्थ
नहीं होता है
प्यार
प्यार होता है
यह किसी भी
परिस्थिति में
नफरत में नहीं
बदलता
प्यार त्याग है
प्यार विछोह है
प्यार समर्पण है
प्यार कभी
मरता नहीं
यह अमर हैं
यह हमेशा
जीवंत
रहता है
यह ताजा
रहता है
यह एक
अपरिभाषित
तत्व है।